Evolution of man after drinking beer..

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हिंदी जोक्स

पुराने ज़मानें में युद्ध करके कोई राजा वापिस आता था तो एकाद रानी को भी लेकर आता था तो पटरानी चुपचाप सहन कर लेती थी

और आज़कल ऑफीस से थका-हारा पतिदेव टिंड़े की जगह भिंडी लें आयें..

तो घर में युद्ध हो जाता है !! 👹
⚔😜😂😂😂😂😂

विज्ञापन – पुरुष और महिला ..

एक बात कभी गौर की है …?

महिलाओं के लिए
काजल, लिपस्टिक , क्रीम का विज्ञापन आता है

और पुरुषों के लिए
खाज, खुजली, लोशन,और कब्ज के चूर्ण का। 😝😝😜😜

सरकारी अफसर …

जो बच्चे क्लास में बिस्कुट को बिना कर्र-कर्र की आवाज किए मुंह में पिघला के खा जाते थे

 

 

 

 

 

वही आगे चलकर बड़े सरकारी अफ़सर बनकर करोड़ो गबन कर के पचा जाते हैं …☝🏻😝
🤪😜🤪😜🤪😜🤪😜🤪😜🤪

सौतेला बॉयफ्रेंड …

कोई लड़की💃🏻 मुझे अपना सौतेला बाॅयफ्रेंड ही बनाले,😘
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रोजाना 10 रुपये के गोलगप्पे तो खिला ही दूंगा।☝🏻😝
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हमदर्दी …

बीवी:
जो आदमी रोज शराब पीकर आये उसके लिए मेरे मन में कोई हमदर्दी नहीं है..!

पति:
जिसको रोज शराब मिल जाये, उसे तुम्हारी हमदर्दी की जरुरत भी नहीं है!

😜😜😜😜😜😜😜😜😜😜

वीरगाथा.

वन विभाग के कर्मचारी 1 घंटे तेंदुओं के बीच फसे रहे तो ब्रेकिंग न्यूज़ बन गई

और एक हम विवाहित लोग है जो वर्षो से शेरनियों का सामना कर रहे है कोई साला हमारी वीरगाथा का पम्पलेट तक बाटने को तैयार नही है

😂😂😂😂

एक 12-13 साल के लड़के को बहुत क्रोध आता था।

एक 12-13 साल के लड़के को बहुत क्रोध आता था।

एक 12-13 साल के लड़के को बहुत क्रोध आता था।

उसके पिता ने उसे ढेर सारी कीलें दीं और कहा कि जब भी उसे क्रोध आए
वो घर के सामने लगे पेड़ में वह कीलें ठोंक दे। पहले दिन लड़के ने पेड़ में
30 कीलें ठोंकी। अगले कुछ हफ्तों में उसे अपने क्रोध पर धीरे-धीरे नियंत्रण
करना आ गया। अब वह पेड़ में प्रतिदिन इक्का-दुक्का कीलें ही ठोंकता था।
उसे यह समझ में आ गया था कि पेड़ में कीलें ठोंकने के बजाय क्रोध पर
नियंत्रण करना आसान था। एक दिन ऐसा भी आया जब उसने पेड़ में एक
भी कील नहीं ठोंकी। जब उसने अपने पिता को यह बताया तो पिता ने उससे
कहा कि वह सारी कीलों को पेड़ से निकाल दे। लड़के ने बड़ी मेहनत करके
जैसे-तैसे पेड़ से सारी कीलें खींचकर निकाल दीं। जब उसने अपने पिता को काम
पूरा हो जाने के बारे में बताया तो पिता बेटे का हाथ थामकर उसे पेड़ के पास
लेकर गया। पिता ने पेड़ को देखते हुए बेटे से कहा – “तुमने बहुत अच्छा काम
किया, मेरे बेटे, लेकिन पेड़ के तने पर बने सैकडों कीलों के इन निशानों को देखो।
अब यह पेड़ इतना खूबसूरत नहीं रहा। हर बार जब तुम क्रोध किया करते थे तब
इसी तरह के निशान दूसरों के मन पर बन जाते थे। अगर तुम किसी के पेट में
छुरा घोंपकर बाद में हजारों बार माफी मांग भी लो तब भी घाव का निशान वहां
हमेशा बना रहेगा। अपने मन-वचन-कर्म से कभी भी ऐसा कृत्य न करो
जिसके लिए तुम्हें सदैव पछताना पड़े…!!